Tuesday, February 26, 2019

मैं हिंदुस्तान हूँ।

देखते हैं कौन महान है।

वो देखो उसे, जा रहा लंगोट में
छोटा सा कुरता, माथे पर चंदन
सर पर एक चोटी, छाते की ओट में

पूछा उस से, क्या तुम महान हो?
नही मैं हिंदुस्तान हूँ।

अरे देखो वो कौन आ रहा
पहने है पैजामा, सिर पर गोल टोपी
लंबा सा कुर्ता, नमाज़ के लिए जा रहा

सुनो तो, क्या तुम महान हो?
जनाब मैं हिंदुस्तान हूँ।

ढूंढो, पकड़ो, किधर तो मिलेगा
अरे उधर तो देखो

अरे देखो वो कौन कामगार है खेत में
मज़दूरी और पसीना, रोटी है बोता
मैले हैं कपड़े, सोता है रेत में।

अरे भाई सुनो, क्या तुम महान हो
नही मालिक मैं हिंदुस्तान हूँ।

चलो भाई अभी तक तो नही मिल सका हमें कोई महान
चलो आगे बढ़ें कहीं तो होगा इसका समाधान

दूर देखो उस जवान को
हाथो मैं है बंदूक, चेहरे पर नही कोई शिकन
कर रहा है रक्षा, पूछो इसे कहीं यही महान हो।

क्या तुम समाधान हो, हामारे महान हो
जय हिंद जनाब, मैं हिंदुस्तान हूँ।

लगता है हमें नही मिल पायेगा कोई यहां महान
नही होगा हमारा कोई समाधान

तभी एक बुजुर्ग मिला
अपने होठों को हिला
बोला महान ढूंढ रहे हो।
अरे क्यों आंखे मूंद रहे हो।

जो तुम्हे कहता की वह हिंदुस्तान है
वही महान है, वही महान है।

बाबा बताइये आप कौन है

मैं हिंदुस्तान हूँ।
मैं हिंदुस्तान हूँ।

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